संसार के हर संतान के आपन महतारी दुनिया के सभसे सुन्नर-सुभेख आउर महान नज़र आवेली. हमरो माई हमरा निगाह में ओइसने लागेली. बाकिर जब हम होश सम्हरलीं आ जेकरा के आपन 'माई' कहिके बोलावत रहलीं, ऊ हमार माई ना रहली. हालांकि ऊ ममता के मूरत रहली आ माइए लेखा हमरा पर सांच परेम आउर नेह-छोह लुटावत रहली.
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