हाजीपुर के कारीगरों के हाथ में है हुनर, तिलकुट की महीने 150 क्विंटल है खपत
रंजन ने बताया कि यह उनका पुश्तैनी धंधा है. पूर्वज भी पहले बिहार शरीफ में तिलकूट का काम करते थे, लेकिन वहां इसकी बिक्री अधिक नहीं हो पाती है. इसलिए हाजीपुर में आकर अपना व्यवसाय करते हैं. 200 क्विंटल तिलकुट बनाकर बेचते हैं.
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