जहां नहीं पहुंचे वैक्यूम क्लीनर, वहां आज भी खजूर के पत्तों के झाड़ू का जलवा

बिहार के बांका जिले में रहने वाला आदिवासी समुदाय खजूर के पत्तों से झाड़ू तैयार करता है, जिसकी सप्लाई आसपास के जिलों के अलावा पड़ोसी राज्यों तक की जाती है. बांका के बेलहर प्रखंड के श्रीनगर गांव में आदिवासियों के लगभग 1000 परिवारों की आजीविका का यह प्रमुख साधन है.


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